SRIJAN के बारे में

इनोवेट एम.पी. मिशन के तहत SRIJAN का उद्देश्य राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल से संबद्ध इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक एवं उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत सभी महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को वर्त्तमान में संचालित पाठ्यक्रमों के अंतर्गत विकसित किये गए नवीन प्रोजेक्ट्स को प्रदर्शित करने के लिए मंच प्रदान करना है। यह कार्यक्रम उत्कृष्ट प्रोजेक्ट्स को चिन्नहित करने एवं उन्हें भविष्य में प्रोटोटाइप के रूप में विकसित करने के लिए पूर्ण सुविधा प्रदान करने का प्रयास है | SRIJAN, स्टार्ट-अप की स्थापना को भी प्रोत्साहित करेगा। SRIJAN का मूल उद्देश्य तकनीकी एवं उच्च शिक्षण संस्थानों में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करना है।


उद्देश्य

  • छात्रों को रियल लाइफ प्रॉब्लम्स एवं इमर्जिंग प्रौद्योगिकी बेस्ड प्रोजेक्ट्स पर कार्य को आगे विकसित करने के लिए प्रोत्साहित एवं सहायता प्रदान करना।
  • इनोवेटिव आइडियाज को स्टार्ट-अप में बदलने की सहायता प्रदान करना।
  • तकनीकी एवं उच्च शिक्षण संस्थानों हेतु एक इकोसिस्टम विकसित करना एवं सहायता प्रदान करना ।
  • नवीन प्रोजेक्ट्स के माध्यम से अनुसन्धानोमुखी शिक्षा के अवसरों को बढ़ावा देना।

कार्यक्रम के प्रोजेक्ट्स

  • मॉडल के प्रकार (तकनीकी एवं उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए )
    1. वर्किंग मॉडल - प्रैक्टिकल एप्लीकेशन को दर्शाने वाले वर्किंग मॉडल
    2. डेमोंस्ट्रेटिव मॉडल - दृश्य आधारित या भौतिक प्रस्तुतीकरण
    3. सिमुलेशन-आधारित प्रोजेक्ट्स - प्रक्रियाओं, डिजाइनो, या भविष्य की संभावनाओं को सिमुलेशन के माध्यम से प्रदर्शित करने वाले प्रोजेक्ट्स
  • मॉडल की श्रेणियाँ
    1. रूरल टेक्नोलॉजी 2. क्लीन एंड ग्रीन एनर्जी 3. इंडस्ट्री 4.0/5.0 4. वेस्ट मैनेजमेंट 5. स्वास्थ्य विज्ञान/ लाइफ साइंस 6. स्मार्ट एजुकेशन

कार्यक्रम की रूपरेखा

विश्वविद्यालय के पोर्टल पर संबंधित संस्थाओं द्वारा अप्लाई किये जाने वाले प्रोजेक्ट्स के बारे में विस्तृत विवरण अपलोड करने की व्यवस्था की जावेगी। प्रत्येक प्रोजेक्ट टीम में 1 फैकल्टी मेंबर एवं अधिकतम 4 छात्र/छात्राएं सम्मिलित हो सकेंगे। ज्यूरी के माध्यम से प्रोजेक्ट्स का चयन कर प्रत्येक श्रेणी में प्रथम 50 प्रोजेक्ट्स को चयनित किया जावेगा एवं डिस्प्ले योग्य 30 प्रोजेक्ट्स को हर श्रेणी में डिस्प्ले हेतु अंतिम रूप से चयनित किया जावेगा। प्रोजेक्ट्स का मूल्यांकन शिक्षा और उद्योग विशेषज्ञों के संयुक्त दल द्वारा किया जावेगा।

पुरस्कार संरचना

पुरस्कार विवरण
प्रथम पुरस्कार (तकनीकी एवं उच्च शिक्षा) कुल पुरस्कार 12 (प्रत्येक ₹ 20,000/-)
द्वितीय पुरस्कार (तकनीकी एवं उच्च शिक्षा) कुल पुरस्कार 12 (प्रत्येक ₹ 15,000/-)
तृतीय पुरस्कार (तकनीकी एवं उच्च शिक्षा) कुल पुरस्कार 12 (प्रत्येक ₹ 10,000/-)
सांतवना पुरस्कार (तकनीकी एवं उच्च शिक्षा, प्रत्येक श्रेणी में छः) कुल पुरस्कार 12 (प्रत्येक ₹ 5,000/-)
महिला सशक्तिकरण (विशेष जूरी) पुरस्कार (तकनीकी एवं उच्च शिक्षा, प्रत्येक श्रेणी में छः) कुल पुरस्कार 12 (प्रत्येक ₹ 5,000/-)

SRIJAN कार्यक्रम की समय-सारणी

क्रमांक गतिविधि तिथि
1 आरजीपीवी के वेब पोर्टल पर SRIJAN कार्यक्रम की सूचना का प्रकाशन 12 मार्च 2025
2 ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर प्रोजेक्ट्स का विवरण अपलोड करने की शुरुआत 25 मार्च 2025
3 प्रोजेक्ट्स विवरण जमा करने की अंतिम तिथि 19 अप्रैल 2025
4 अपलोडेड प्रोजेक्ट्स की प्रारंभिक समीक्षा 21 अप्रैल 2025
5 शीर्ष 150 प्रोजेक्ट्स का चयन और अंतिम सूची जारी करना 30 अप्रैल 2025
6 प्रदर्शनी स्थल पर सभी चयनित प्रोजेक्ट लीडर्स की रिपोर्टिंग 09 मई 2025
7 प्रदर्शनी का औपचारिक शुभारंभ माननीय मंत्री जी द्वारा 10-11 मई 2025

इनोवेट एमपी मिशन के तहत विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित SRIJAN में चयनित प्रोजेक्ट्स के लिए निम्नलिखित क्षेत्रों को आगे ले जाने वाले कार्यों हेतु आवश्यक सहायता एवं मेंटरिंग की सुविधा उपलब्ध कराना है i

क्रमांक विवरण
1 किसी भी प्रकार की बौद्धिक संपदा के पेटेंट फाइलिंग के लिए वित्तीय एवं तकनीकी सहायता।
2 IP व्यवसायीकरण और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर प्रोटोटाइप के डेवलपमेंट हेतु तकनीकी सहयोग एवं वित्तीय सहायता।
3 नवाचार आधारित स्टार्टअप को बढ़ावा देना।
4 इंडस्ट्री रेडी ट्रेनिंग (उद्योग में काम करने के लिए आवश्यक कौशल प्रशिक्षण)।
5 शोधकर्ताओं के लिए हाई स्पीड इंटरनेट थिंकिंग जोन स्थापित करना।

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के बारे में

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की स्थापना 1998 में मध्य प्रदेश विधान सभा अधिनियम 13, 1998 द्वारा की गई थी। यह विश्वविद्यालय लगभग 247 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और तकनीकी शिक्षा, शोध और नवाचार के क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर बढ़ रहा है। इसके अधीन 132 इंजीनियरिंग कॉलेज, 188 फार्मेसी कॉलेज, 46 MCA कॉलेज, 02 आर्किटेक्चर कॉलेज, 01 बी. डिज़ाइन कॉलेज और 04 यू.आई.टी (कोंस्टीटूएंट कॉलेज) हैं। विश्वविद्यालय में 17 स्नातक पाठ्यक्रम और 85 पॉलिटेक्निक संस्थान हैं जो डिप्लोमा कोर्स प्रदान करते हैं।

यह विश्वविद्यालय अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिसमें एयर कंडीशन किए गए एंफीथिएटर शैली के कक्ष, एक विशाल पुस्तकालय, एवं उच्चस्तरीय तकनीकी प्रयोगशालाएँ विभिन्न शोध सामग्री से युक्त है। विश्वविद्यालय में प्रबंधन, फोरेंसिक विज्ञान, इंजीनियरिंग, नैनोटेक्नोलॉजी, संचार और फार्मेसी जैसे क्षेत्रों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित हैं। विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रोजेक्ट प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके साइंस एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है जिसके कुछ उदाहरण चित्रित है:-

आयोजन समिति

Speaker
डॉ. राजीव त्रिपाठी

माननीय कुलपति
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल म.प्र.

(सह-संरक्षक)
Speaker
डॉ. मोहन सेन

कुलसचिव
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल म.प्र.

(सह-संरक्षक)
Speaker
डॉ. सुधीर सिंह भदौरिया

डायरेक्टर
यू.आई.टी आरजीपीवी, भोपाल म.प्र.

(समन्वयक)
सह-समन्वयक
  • डॉ. एस. सी. चौबे
  • डॉ. ए. सी. तिवारी

समिति सदस्य
  • डॉ. पूर्णिमा खरे
  • डॉ. सविता व्यास
  • डॉ. प्रतीक मानके
  • डॉ. जीतेंद्र अग्रवाल
  • डॉ. रविन्द्र रणदा
  • डॉ. जीतेंद्र सिंगी

संपर्क एवं संवाद

डॉ. पीयूष कुमार शुक्ला
+91 9425378576
डॉ. बिनोद कुमार सोनी
+91 9713858519
डॉ. ऋतु के. आर.
+91 7692006889
डॉ. रश्मि निगम
+91 9424468045
डॉ. पंकज सारसिया
+91 7566442696
श्री विकास रोहित
+91 9827228791
श्री प्रशांत स्टील
+91 9329466054
मिस अलका तिवारी
+91 8109513569
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,
एयरपोर्ट बायपास रोड, गांधी नगर, भोपाल, म.प्र. - 462033

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